Wednesday, November 23, 2016

भारत की कुण्डली का अध्ययन करने के बाद ये ध्यान में आया 
 जब भी राहू  और गुरु की अंतर्दशा भारत की कुंडली में आयी विनाशक निर्णय हुवे है ये....  इतिहास की बात 
 वर्तमान महादशा स्वामी चंद्र  शनि के  नक्षत्र में स्थित है  ३-४-१० ११ स्थान  कार्येश होने की वजह से  हाल ऊपर से ठीक दीखता है  
 मंगल की अंतरदशा  चालू है  मंगल राहु के नक्षत्र में होने से  १२ वे भाव व्यय का नुकसान तुरुंग का  पूर्ण कार्येशत्व बताता है. 
जब  भी मंगल और राहु की युति हो या नक्षत्र का कुछ किसी प्रकार का मेल युति  जैसे  है, तब दांभिक लुच्चे लफंगे चार्ल्स शोभराज जैसे चालू महाचालू लोग अपने झांसे से अनेक लोगो  चूना कैसा होता कैसा लगा सकते है के दिन याद दिलवाता है. 
लेकिन लेकिन  व्यय भाव में होने की वजह से इसमें सफलता नहीं देंगे ये १००% सच है और साजिश पकडे जाना भी तय  है    
१०-२-२०१७ तक मंगल के बाद राहु  अंतर चालू होंगा वो परिस्थिति और कठीण कर देगा  राहु इन्टरनेट से होने वाले अनेक फ्रॉड का संकेत देता है  
जो दिखाते वो होता होता नहीं  ....... होता है वो दीखता नहीं 
राहु रवि के नक्षत्र में होकर ४-५-१२  का पार कार्येशत्व प्रदान करता है जो विरोधक लोगोको पूर्ण फायदेशीर साबित होनेवाला है  सरकार को अस्थिर तक  देगा  जो १२-८ -२०१८ तक कठीण समय की परीक्षा का समय बताता है. 
इसके पूर्व  बुध में राहु  ८ मार्च  १९७५ से २५-९-७७ इंदिराजी का आणिबाणी  समय  था इंदिराजी के कुछ निर्णय गलत या सरकार के लिए गलत ही साबित हुवे जब की उनके हुजूरे लोगों को पूर्ण बहुमत की खबर दे ने का काम करने के बाद इंदिराजी और कांग्रेस की बुरी हुवी थी। 
 सन ६३ से  ६५ तक शनि की दशा में  गुरु की अन्तर्दशा में  (27 feb 1963 to 10 sept 1965)  आदि चीन के साथ युद्ध हुवा और बहुत बड़ा नुकसान और हार का सामना करना पड़ा था।  
केतु में राहु दशा  10 aug to 28 aug 1986 और  गुरु का  अंतर्दशा  28 aug 1986 to 4 aug  1987 छोटासा था तो ज्यादा कुछ ध्यान में देने जैसे टाइम नहीं था. 
शुक्र में राहु  अंतर्दशा ( 9-nov 1996  to 10 nov 1999 ) शुक्र में गुरु  (upto 11-7-2002) NDA की सत्ता आयी थी राहु की अंतर्दशा में .और चली भी गयी may 2004 .
सूर्य  में राहु  ( 3 nov 2010 to 28-9-2011)  .सूर्य  में गुरु (16-7-2012  upto) यू पी ए को सहकारी पार्टीया को बहुत झेलना पड़ा था 

अभी फील हाल चंद्र दशा में राहु अन्तर्दशा  feb 2017 to aug 2018 पूरा पूरा कठीण समय है  ५-८-१२ का कार्येश होने की वजह से सरकार के लिए उनके खुद के निर्णय गलत फलदायी साबित होंगे  जनता का भरोसा उड़ जाएगा चंद्र मन का कारक होने के बावजूद राहु से ग्रस्त हो जाता है मानसिक दोलायमान संभ्रमित स्थिति हमेशा बनती है    
चंद्र  में गुरु अंतर्दशा 10 aug 2018 to 10 dec 2019 ...इलेक्शन के टाइम मौजूदा सरकार के लिए नुकसानदायक होंगी और सत्ता परिवर्तन योग पक्का बनता है  

२०२५ से मंगल की दशा और बाद में आनेवाली राहु की दशा भी   ये मेरे स्वयं  अध्ययन के  हिसाब से भारत को बर्बाद कोई भी सरकार   रोक नहीं सकेगी   
यह मेरा अनुमान गलत निकले ऐसी ही मेरी इच्छा है लेकिन  होनी को कोई भी ताल नहीं सकता 
ये मेरे निजी विचार है सच  भी सकते है।   लिखा है 
 बोकरिया राजीव 




नोट : मंगल उदंड पराक्रम का करक है लेकिन राहु जैसे चालबाज नक्षत्र में होने की वजह  जब भी मंगल नीच होकर चंद्र के राशि में हो, तब  अनेक बार साजिश धोखे देकर काम करना सिखाता है,  प्रवृत  करता है,  किसी भी हद तक गिरे हुवे देखे जाते है , उसमे अगर धन भाव वाणी भाव पराक्रम भाव में हो तो कुछ भी नीच हरकत नौटंकी हरामीपन जैसे काम  जिसके लिए सब से ज्यादा शब्द है कमीनगिरी करते हुवे पाया है 

यस राहु अगर १२ वे भाव से संबध रखता है तो जेल का भी सम्बद्ध देता है , साजिश में सफलता मिलाना और पकडे ना जाना उसमे बहुत अंतर होता है  नुक्सान का कारक भी होता है 


नोट : कृपया अपने दिमाग से निर्णय ले मेरे अध्ययन पे भरोसा करके अपने निजी जिंदगी के निर्णय अपने स्वयं की कुंडली के अनूसार ही अच्छे ज्योतिषी से सलाह विचार विमर्श के साथ ही ले 

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