Sunday, November 13, 2016

५००-१००० के नोट रद्द करने के लिए मुझे कुछ बाते उटपटाँग  आटपटाँग लगी सो आपको सामने रख रहा हूँ

जिसके पास ५००-१००० के चाहे १ या २ बंडल कोरे कोरे रखे हो  शादी जैसे काम में आएंगे या अस्पताल की आपातकाल में लग जाये इसीलिए रखे है। .... हो तो उसको  काला धन ही कौनसे किताब में लिखा है  वह किताब जिस किसने पढ़कर ये निर्णय लिया है  वह उचित है ???
सब्जीवाले रिटेल दुकानवाले रस्ते से गाड़ी पे माल बेचनेवाले का पैसा काला धन है यह  ठहराने का अधिकार किसने दिया ?
जब पैसा कितने है वह कहा से आया ये स्विस बैंक वालो की लिस्ट पता होने के बाद कोई कारवाई नहीं होती इसका मतलब आपको समझ में नहीं आने इतने आप मुर्ख है ??

केवल एक ही लाइन में कह सकता हूँ  सरकार अपनी ना कामयाबी या अपने कुछ मनसूबे को साथ लेकर २०१७ की इलेक्शन की करारी हार की डर की वजह से लोगो का ध्यान आकर्षित करने के प्रयास से ये झोल झाल का जेम खेल रही है
वैसे भी हार का सामना करना ही है तो  ये नोट के कारन को किरण बेदी क्यों न बजाया जाय बनाना जाय   

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