Sunday, July 5, 2020

मेरा कोई एजुकेशन इंस्टिट्यूट खोलना ये इरादा ही नहीं 
पैसा कामना उस इंस्टिट्यूट के माध्यम से ये उद्देश्य भी नहीं था 
कुछ अच्छे इंसान तैयार करना ये मन में इच्छा थी 
मेरे कई  विद्यार्थी जीवन में बड़े मुकाम पे पहुंचे है 
और वो अभी तक मुझे आदर के साथ बोलते है यही सही काम की निशानी है 
ना उनका मुझ से कोई स्वार्थ है या मेरा उनका साथ कोई स्वार्थ का रिश्ता है 
ना में  कोई पोस्ट पे हूँ तो मेरी चमचगिरी करके उनका कोई फायदे हो 
अपने स्किल की पूरी उपयोग करके जीवन में सफल हुवे तो भी  कुछ पा लिए 
अपने बलबूते पे कही ऊपर पोस्ट पे है उसका मुझे अभिमान भी है 

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