Friday, August 3, 2018

आज अखबारों की हेडलाइन तक की बोली लग रही है पत्रकारिता अब पैशन नही पैसा कमाने का साधन बन गया है.. चँनलोपर बैठे एंकर लोग उनकी बात सुनकर ऐसा लगता है 
अंतरात्मा की बजाय 
बैंक बैलेंस कैसे बढ़ाये 
उसकी पड़ी है

बोल तोल मोल के बजाय तोल मोल अदा करके बोल ऐसा ही लोग 
देशभक्ति में देश भारत के बजाय मो.शा.भक्ति हो गया है
और है भक्ति की सकती भी लग रही है

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home