Sunday, March 19, 2017

समय छीनता है माँ की लोरियॉ पिता की गोद विद्यालय के दोस्त प्यारा बचपन अलहड़ जवानी माँ बाप भाई बहन और... देता है सफेद केश झुकी कमर चार कंधे कुछ लकड़ियाँ और... आग...............
और
और




कुछ चार तारीफ के शब्द चार उपहास चार "बेचारा भला आदमी" था

जीवन जी लो
अपने लिए अपने तरीको से अपने को लिए
सुप्रभात
गुड मॉर्निंग
जय जिनेन्द्र
राजीव बोकरिया

आजका दिन आपको ढेर सारा पैसा दे ख़ुशी दे और शांति प्रदान करे

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