चोरी चोरी करना
चोरी करके पकडे जाना
चोरी करने के बाद कुछ दिन कुछ साल बाद पकडे जाना
चोरी करने के बाद पकडे जाने के बाद कोर्ट तक केस जाना
केस चलना साक्षीदार मिलना
बाद में सजा होना
इसमें साक्षीदार से पुलिस वकील को मैनेज करके कोर्ट से जाने के पहले या बादमे छूट जा सकते है
..... यह तो हो गया रूटीन
लेकिन चोरी करने बाद केस भी ना होना पकडे भी नहीं जाना
इसलिए अच्छे तकदीर का होना जरूरी है
यह नसीब कहलाता है
नसीब
और कुछ ना करके भी केस होना से सजा होना ये भी हो सकता है
उसको भी तकदीर की थप्पड़ बोलते है
चोरी करके पकडे जाना
चोरी करने के बाद कुछ दिन कुछ साल बाद पकडे जाना
चोरी करने के बाद पकडे जाने के बाद कोर्ट तक केस जाना
केस चलना साक्षीदार मिलना
बाद में सजा होना
इसमें साक्षीदार से पुलिस वकील को मैनेज करके कोर्ट से जाने के पहले या बादमे छूट जा सकते है
..... यह तो हो गया रूटीन
लेकिन चोरी करने बाद केस भी ना होना पकडे भी नहीं जाना
इसलिए अच्छे तकदीर का होना जरूरी है
यह नसीब कहलाता है
नसीब
और कुछ ना करके भी केस होना से सजा होना ये भी हो सकता है
उसको भी तकदीर की थप्पड़ बोलते है
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