Thursday, July 14, 2016

कुछ जख्म हैं कि दिखते नहीं~
दिखा भी नहीं सकते
बता भी नहीं सकते
जता भी  नहीं सकते
मगर ये मत समझिए कि
जख्म दुखते नहीं  दिखते नहीं दिखाते नहीं उनको कोई गम होता ही नहीं
ग़लतफ़हमी हमेशा गलत ही करा देती है 



कई बार बिना गलती के भी गलती मान लेते हैं हम,
क्योंकि डर लगता है कहीं कोई अपना
हमसे रुठ ना जाए..
बास शो करते रहो हम  ख़ुश है
हमारा कामकाज अच्छा चल रहा है
हस्ते परहस्ते  हसो हसावो हसाते रहे

आपका दिन धन दायक हो
 समृद्धि में वृद्धि हो
शांति मिले
धोखा अपमान नुकसान का सामना ना करना पड़े यही शुभकामना
आपका
राजीव बोकाड़िया
www.bokaariya.com

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