Tuesday, June 28, 2016

रोज तारीख बदलती है,
रोज दिन बदलते हैं…
रोज अपनी उमर भी बदलती है…
रोज समय भी बदलता है…
वक्त के साथ हमारी आर्थिक परिस्थिति  बदलती है  तो
हमारे नजरिये भी बदलते हैं…
हमारे लोग भी बदलते है
हमारे दोस्त भी बदलते है
हमारी आदतें भी बदलती है
हमारी जरूरतें भी बदलती है
बस एक ही चीज है जो नहीं बदलती…
और 
हमें लगता है कि अब जमाना बदल गया है!!
वो हैं हम खुद और आप खुद बस ईसी वजह से व्हाट्सप्प पे सबको सुप्रभात जैजिनेंद्र गुड मॉर्निंग करते है और शुभकामना भी करते है आपका दिन धनदायक सबसे पहले  सुख समृद्धि दायक हो
राजीव बोकरिया
www.bokaariya.com
bokaariya.blogspot.com 

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