Friday, March 2, 2018


सीधा साधा बोले तो 
"धोखाधड़ी" 
वो भी
खुले आम कर रहे है ।

बेईमानी से कमाया हुवा धन कुछ भी खरीद सकता है
जरूरत की चीजों से आमदार खासदार तक कुछ भी 
सज्जन ता बुरखा पहनकर दुर्जनता काम करके ईमानदारी की ढोंग

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home