"मतलब" बहुत " मतलबी " होता है...
"मतलब " निकल जाने के बाद हर रिश्ते को "मत लव " कर देता है.
यह "समय" भी कभी 'समय"पर नहीं आता
अगर वो सही, तो सभी अपने, वरना कोई नहीं.........
आपका समय भी समय पे आये वो भी बिना मतलब के
सुप्रभात गुड मॉर्निंग
राजीव बोकरिया
www.bokaariya.com
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