Monday, October 23, 2017

रब ने भी किस्मत से पहले "मेहनत" लिखी है।।
"हैसियत" लिख दी होंगी
"तबियत" लिख दी थी
"इंसानियत" भी लिख दी होंगी
"खैरियत" भी लिख ही दी होंगी

किस्मत को बदकिस्मत होने में देर नहीं लगती
सेहतमंद की सेहत बिगड़ने को देर नहीं लगती
पैसेवाले का पैसा जाने   को देर नहीं लगती
कंगाल को करोडपती बनने देर नहीं लगती
केवल आज का अपने काम की बात सोचो

*****ईमानदारी सत्यनिष्ठा से करो
तो किसी मंदिर मस्जिद चर्च बाबा
ढोंगी बाबा के पास जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी****

सुप्रभात जय जिनेन्द्र सप्रेम नमस्कार
आपका दिन भर ढेर सारा पैसा सुख शांति मिले
राजीव बोकरिया
www.bokaariya.com   

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