Sunday, October 22, 2017

रब ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है।।
कोई "हालात" को नहीं समझता, तो कोई "जज़्बात" को नहीं समझता।
ये तो बस अपनी-अपनी "समझ" है.
यह मन की बात
हो
या सच्ची बात
हो  किसीको पता तो भी था क्या पचास हजार की सेल वाली कंपनी का ८० करोड़ का सेल हुवा था
जजबात असल बात और काम की बात में बहोत फर्क होता
सोच जितनी हो उतना ही मत सोचो
किस्मत को बदकिस्मत होने में देर नहीं लगती
केवल अपने काम की बात सोचो
सुप्रभात जय जिनेन्द्र सप्रेम नमस्कार
आपका दिन भर ढेर सारा पैसा सुख शांति मिले
राजीव बोकरिया
www.bokaariya.com   

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home