अकड़ न करो प्यारे जिसको पाकर
जिसे पाकर लोग अक्सर
अपनों को ही भूल जाते है...!!
🐾"लफ्ज़" ही होते हैं, इंसान का आईना
शक्ल का क्या वो तो उम्र और हालात के साथ
अक्सर बदल जाती है..🐾
"मुस्कान" कितनी खुशनसीब है,
जिसे पाकर लोग अपनों को याद करते है..
'मीठी मुस्कान" के साथ प्यारे प्यारे "दो चार लफ्ज"
कठीण से कठीण काम आसानी से कर देते है .
🙏🌹 🌻 सुप्रभात 🌻🌹🙏
🌹🌾 आज का दिन शुभ हो 🌾🌹
राजीव बोकरिया
🐾शुभ सकाळ🐾
जिसे पाकर लोग अक्सर
अपनों को ही भूल जाते है...!!
🐾"लफ्ज़" ही होते हैं, इंसान का आईना
शक्ल का क्या वो तो उम्र और हालात के साथ
अक्सर बदल जाती है..🐾
"मुस्कान" कितनी खुशनसीब है,
जिसे पाकर लोग अपनों को याद करते है..
'मीठी मुस्कान" के साथ प्यारे प्यारे "दो चार लफ्ज"
कठीण से कठीण काम आसानी से कर देते है .
🙏🌹 🌻 सुप्रभात 🌻🌹🙏
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राजीव बोकरिया
🐾शुभ सकाळ🐾
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