जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
देश हो या विदेश
दूर हो या पास.....
क्या फर्क पड़ता हैं,
"अनमोल रिश्तों" को मेन्टेन करना
तो बस एक "व्हाट्सएप्प मेसेज " ही काफी हैं !!!!
जिन्दगीं में किसी का याद करके एक मेसेज देना साथ जैसा ही काफी हैं
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
देश हो या विदेश
दूर हो या पास.....
क्या फर्क पड़ता हैं,
"अनमोल रिश्तों" को मेन्टेन करना
तो बस एक "व्हाट्सएप्प मेसेज " ही काफी हैं !!!!
जिन्दगीं में किसी का याद करके एक मेसेज देना साथ जैसा ही काफी हैं
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home