हर एक का टिकट कटनेवाले ही होता है लेकिन
सबका "विश्वास" होता है की अपना भी टिकट “कटेगा”
ये सबको "विश्वास" भी होता है ,
लेकिन टिकट “बिकेगा”
ये किसी को नहीं पता था..
ये किसीको "विश्वास" भी नहीं हो रहा है
"कु" "मार" "विश्वास" की "जय" हो
फिर वही "जय" लाया हूँ
भारत माता की जय.
सबका "विश्वास" होता है की अपना भी टिकट “कटेगा”
ये सबको "विश्वास" भी होता है ,
लेकिन टिकट “बिकेगा”
ये किसी को नहीं पता था..
ये किसीको "विश्वास" भी नहीं हो रहा है
"कु" "मार" "विश्वास" की "जय" हो
फिर वही "जय" लाया हूँ
भारत माता की जय.
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