Thursday, January 25, 2018

ये है भांग के पकोड़े का असर.... *130 करोड़ की आवादी पूरे वोटर भी नहीं इतने* और *क्या जबरदस्त फेका*
*600 करोड़ लोगों ने दिया वोट*, और
और

*देखें इस बार कितना लंबा फेंका*
*जैन धर्म के अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतो को बौद्ध धर्मवाला भी कह डाला* 
*मीडिया के पालतू कुत्तो ने खाया क्या पचा भी लिया*
*कलश आलू से सोना बनानेवाला तोड़ मरोड़ के पेश नहीं किया*
*जमीर बेच चुके*
*मान लिया है कुछ भी  नही होगा*
*आशा तो कबकी छोड़कर निराशा मिल रही है* 
*चंद पैसे तो दबा दे ऐसे सोचकर*
*आशा और जमीर छोड़ चुके चाटु और उल्लू भक्त*

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