Thursday, November 16, 2017

खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है.....सेंसेक्स  का पानी
वक़्त की बरसात है कि...
थमने का नाम नहीं ले रही
आज दिल कर रहा था, बच्चों की तरह रूठ ही जाऊँ,पर......
फिर सोचा, सेंसेक्स का तकाज़ा है, खुशियाँ मनायेगा कौन......
बचाएगा कौन 
संभालेगा कौन 
किम ट्रम्प का लड़ाई 
सेंसेक्स निफ़्टी की जुड़वाँ सिलाई 
ये प्यारे धीरे से छलांग लगा ये पानी ये पानी 
खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है.....सेंसेक्स  का पानी

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home