आज़ादी के पहले और आज के हालत में एक बड़ा फर्क अँगरेज़ भ्रष्टाचार में बहुत कम लिप्त थे। … और अनेक देशभक्त घर दार छोड़कर आज़ादी के लिए न्योछावर करने के लिए तैयार थे। …
आजकल के अनेक नेता अनेक सरकारी अधिकारी अनेक कांट्रेक्टर सब मिलकर
देश की तिजोरी या
देशवासी को लूटने के लिए
केवल देशभक्ति प्रामाणिकता का केवल बहाना दिखावा करते है
मतलब से चापलूसी
मतलब से विरोध
मतलब से विरोध का नाटक करते है …।
और सच्चे देशभक्तों की संख्या चोरो के केवल १% हो सकती है। । तो क्या केवल १% लोग इसके आगे क्या कर पाएंगे। …
प्रामाणीक लोगो को बदनाम करने के लिए बिकाऊ पत्रकार अपनी जान की बाज़ी लगाकर झूटी खबरे और खबरों का रायता कर देते है
क्यों आप मेरे मत से सहमत है ??
आज की सुप्रभात गुड मॉर्निंग जयजिनेंद्र
आपका
राजीव बोकरिया
www.bokaariya.com
आजकल के अनेक नेता अनेक सरकारी अधिकारी अनेक कांट्रेक्टर सब मिलकर
देश की तिजोरी या
देशवासी को लूटने के लिए
केवल देशभक्ति प्रामाणिकता का केवल बहाना दिखावा करते है
मतलब से चापलूसी
मतलब से विरोध
मतलब से विरोध का नाटक करते है …।
और सच्चे देशभक्तों की संख्या चोरो के केवल १% हो सकती है। । तो क्या केवल १% लोग इसके आगे क्या कर पाएंगे। …
प्रामाणीक लोगो को बदनाम करने के लिए बिकाऊ पत्रकार अपनी जान की बाज़ी लगाकर झूटी खबरे और खबरों का रायता कर देते है
क्यों आप मेरे मत से सहमत है ??
आज की सुप्रभात गुड मॉर्निंग जयजिनेंद्र
आपका
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