आजकल के नए हुवे पैसेवाले लोगो को एक नाटक चालू रहता है
में बहुत बिजी हूँ
है बाबा
मान्य है
बिनाशर्त मान्य
लेकिन
उनको एक ग़लतफ़हमी होती है की बाकि के लोग बेकार है
उनके पास कुछ काम नहीं है
में बहुत बिजी हूँ
है बाबा
मान्य है
बिनाशर्त मान्य
लेकिन
उनको एक ग़लतफ़हमी होती है की बाकि के लोग बेकार है
उनके पास कुछ काम नहीं है
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